Wednesday 3 April 2013


ख़ुशी देते हैं ये ख्वाब, मुझको भी खुश रह लेने दो ना कुछ देर तलक,
ये तो मैं भी जानता हूँ कि ख़्वाबों का हकीकत से वास्ता कुछ भी नहीं।

------------------------------विशाल

No comments:

Post a Comment